Santosh Kumar | March 7, 2024 | 04:57 PM IST | 1 min read
इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के बीच डिजिटल कौशल को बढ़ाना है। इसके माध्यम से शिक्षकों को 'कैनवा फॉर टीचर्स' समुदाय में शामिल होने का भी अवसर मिलेगा।
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शिक्षकों को विजुअल कम्युनिकेशन और एआई टूल्स का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कैनवा के साथ साझेदारी की है। इस पहल का उद्देश्य एनईपी के तहत छात्रों को एआई और डिजिटल क्षेत्र में मूल्यवान कौशल और ज्ञान से लैस करना है। इससे देश में सीबीएसई स्कूलों के 840,000 से अधिक शिक्षकों और 25 मिलियन से अधिक छात्रों को लाभ मिलेगा।
कैनवा ने गुरुवार (7 मार्च) को भारत में सीबीएसई से सबंधित स्कूलों में शिक्षकों को विजुअल कम्युनिकेशन और जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जेनएआई) टूल में प्रशिक्षित करने की घोषणा की। इस प्रोग्राम का उद्देश्य प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के बीच डिजिटल कौशल को बढ़ाना है।
कैनवा में शिक्षा प्रमुख जेसन विल्मोट ने कहा, "आज के उद्योग एक ऐसी शिक्षा प्रणाली की मांग करते हैं जो छात्रों के बीच क्रिएटिविटी और डिजाइन साक्षरता को बढ़ावा दे और भविष्य में उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाए, इसलिए कैनवा ऐसे शिक्षकों और छात्रों को सशक्त बनाने में मदद करेगा।"
प्रशिक्षण का पहला चरण लगभग 30,000 शिक्षकों के लिए होगा। उन्हें नई शिक्षण विधियों के बारे में जानने का मौका मिलेगा। कंपनी ने कहा कि शिक्षकों को अपनी डिजिटल कहानी कहने की क्षमताओं में लगातार सुधार करने के लिए 'कैनवा फॉर टीचर्स' समुदाय में शामिल होने का भी अवसर मिलेगा।
सीबीएसई के निदेशक (कौशल) विश्वजीत साहा ने कहा, "कक्षा में सीखने के अनुभव को बढ़ाने के लिए शिक्षकों को नए उपकरणों से लैस करने के लिए कैनवा के साथ साझेदारी को लेकर हम वास्तव में उत्साहित हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हमारे शिक्षकों को ऐसी पहुंच प्रदान करने से उन्हें डिजाइन कार्यों में समय बचाने में मदद मिलेगी और हमारे छात्रों को रचनात्मकता और डिजाइन के एक नए युग की ओर प्रेरित किया जा सकेगा।"